शनिवार, जुलाई 27, 2024
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‘स्कूप’ से पहले इन फिल्मों ने दिखाया है पत्रकारों का संघर्ष

‘स्कूप’: फिल्मों में अखबार की पृष्ठभूमि पर कई फिल्में बनी हैं। अखबार को केंद्र में रखकर ऐसी तमाम कहानियां लिखी गई हैं जिनकी याद लोगों को एक बार फिर आ रही है निर्देशक हंसल मेहता की नई वेब सीरीज ‘स्कूप’ की चर्चाओं के चलते। आइए जानते हैं इससे पहले किन किन फिल्मों में अखबार को आधार बनाकर कहानियां लिखी गईं।

 

फिल्म: ताशकंद फाइल्स (12 अप्रैल 2019)

‘स्कूप’: फिल्म ‘ताशकंद फाइल्स’ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत की साजिश पर आधारित फिल्म थी । फिल्म की कहानी एक महत्वाकांक्षी पत्रकार रागिनी फुले के इर्द गिर्द घूमती है जो लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमय मृत्यु का सच अखबारों में छपवा देती है, जिसके चलते सरकार को लाल बहादुर शास्त्री  की मृत्यु का केस दोबारा खोलना पड़ता है। विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी इस फिल्म में श्वेता बसु प्रसाद, नसीरुद्दीन शाह, पंकज त्रिपाठी और मिथुन चक्रवर्ती की मुख्य भूमिकाएं थी।

 

फिल्म: नूर (21 अप्रैल 2017)

‘स्कूप’: फिल्म ‘नूर’ में सोनाक्षी सिन्हा ने एक युवा पत्रकार की भूमिका निभाई थी। वह महत्वपूर्ण समाचारों को कवर करने के लिए तरसती है, लेकिन अक्सर उसे मनोरंजन जगत के खबरों को कवर करने के लिए भेज दिया जाता है। सुनील सिप्पी के निर्देशन में बनी यह फिल्म पाकिस्तानी लेखक सबा इम्तियाज के उपन्यास ‘कराची यू आर किलिंग मी’ पर आधारित है। इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा के अलावा कानन गिल, शिबानी दांडेकर और पूरब कोहली की मुख्य भूमिकाएं थी।

 

फिल्म: नो वन किल्ड जेसिका (7 जनवरी 2011)

‘स्कूप’: जेसिका लाल हत्याकांड पर आधारित फिल्म ‘नो वन किल्ड जेसिका’ में रानी मुखर्जी ने पत्रकार मीरा गैटी की भूमिका निभाई थी। वह जेसिका को न्याय दिलाने के लिए अपने संपादक की स्वीकृति से  स्टिंग ऑपरेशन करती है और पुलिस और अधिकारियों के बारे में सवाल उठाते हुए देश में कानून व्यवस्था की विफलता को उजागर करती है। राज कुमार गुप्ता के निर्देशन में बनी इस फिल्म में  विद्या बालन और रानी मुखर्जी की मुख्य भूमिकाएं हैं।

 

फिल्म: गुरु (12 जनवरी 2007)

‘स्कूप’: फिल्म ‘गुरु’ में मिथुन चक्रवर्ती का किरदार मानिक ‘नानजी’ दासगुप्ता के रियल लाइफ कैरेक्टर पर आधारित था। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती ने अखबार के पब्लिशर का रोल निभाया था। मणिरत्नम के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय, विद्या बालन और माधवन की मुख्य भूमिकाएं हैं। यह फिल्म हिन्दी के साथ साथ तमिल और तेलगु मे भी प्रदर्शित हुई।

 

फिल्म: पेज थ्री (21 जनवरी 2005)

निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म ‘पेज थ्री’ की कहानी माधवी शर्मा नामक  युवा पत्रकार के इर्द -गिर्द घूमती है। फिल्म में माधवी शर्मा की भूमिका कोंकणा सेन शर्मा  और संपादक की भूमिका बोमन ईरानी ने निभाई थी। इस फिल्म में  कोंकणा सेन शर्मा और बोमन ईरानी के अलावा अतुल कुलकर्णी, संध्या मृदुल, तारा शर्मा, अंजू महेंद्रू की मुख्य भूमिकाएं थी। इस फिल्म ने तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते, जिसमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म का गोल्डन लोटस पुरस्कार भी शामिल है।

 

फिल्म: मैं आजाद हूं (15 दिसंबर 1989)

फिल्म ‘मैं आजाद हूं’ में अमिताभ बच्चन और शबाना आजमी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थी। टीनू आनंद के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शबाना आजमी ने सुभाषिनी नाम की एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। सुभाषिनी राज नगर नामक शहर में एक दैनिक समाचार पत्र के लिए काम करती है। भ्रष्ट राजनेताओं के खिलाफ अपने साहसिक और खुले विचारों वाले लेखों के कारण उन्हें विवादास्पद माना जाता है।

 

फिल्म: मिस्टर इंडिया (25 मई 1987)

फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ में श्रीदेवी ने एक पत्रकार सीमा की भूमिका निभाई थी और अन्नू कपूर उनके बॉस अखबार के एडिटर गायतोंडे के किरदार में नजर आए थे। शेखर कपूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अनिल कपूर और श्रीदेवी के अलावा अमरीश पुरी, अशोक कुमार, सतीश कौशिक, अजीत वाच्छानी और शरत सक्सेना की मुख्य भूमिकाएं थी। सतीश कौशिक को इसी फिल्म से कैलेंडर किरदार के रूप में पहचान मिली थी।

 

फिल्म: न्यू दिल्ली टाइम्स (1986)

फिल्म ‘न्यू दिल्ली टाइम्स’  उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के एक ईमानदार पत्रकार विकास पांडे की कहानी है, जो  एक अखबार चलाने के लिए दिल्ली जाता है। लेकिन जैसे ही वह एक राजनीतिक हत्या का पर्दाफाश करता है, एक भ्रष्ट व्यवस्था का शिकार हो जाता है। फिल्म में शशि कपूर ने विकास पांडे की भूमिका निभाई थी। फिल्म में शशि कपूर के अलावा शर्मिला टैगोर, ओम पुरी और कुलभूषण खरबंदा मुख्य भूमिकाएं थी। इस फिल्म का निर्देशन रोमेश शर्मा ने किया था।

 

फिल्म: मशाल (9 फरवरी 1984)

फिल्म ‘मशाल’ में दिलीप कुमार ने एक समाचार पत्र के ईमानदार और निडर संपादक के किरदार में नजर आए थे। फिल्म की  पृष्ठभूमि अखबार और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले एक इंसान राजा के काले कारनामों के इर्द गिर्द घूमती है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि ईमानदार और निडर संपादक कैसे परिस्थितियों के चलते  अपराध की ओर  मुड़ने पर विवश हो जाता है। यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दिलीप कुमार के अलावा अनिल कपूर,रति अग्निहोत्री,वहीदा रहमान, मदन पुरी और अमरीश पुरी की मुख्य भूमिकाएं थी।

 

फिल्म: जाने भी दो यारों (12 अगस्त 1983)

फिल्म ‘जाने भी दो यारो’  कुंदन शाह द्वारा निर्देशित और एनएफडीसी द्वारा निर्मित व्यंग्यपूर्ण ब्लैक कॉमेडी फिल्म थी। यह फिल्म भारतीय राजनीति, नौकरशाही, समाचार मीडिया और व्यापार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर एक गहरा व्यंग्य है। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह और रवि वासवानी ने एक पेशेवर फोटोग्राफर की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, रवि वासवानी, के अलावा ओम पुरी, पंकज कपूर, सतीश शाह, सतीश कौशिक, भक्ति बर्वे और नीना गुप्ता की मुख्य भूमिकाएं थी।

 

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