नए मोटर वाहन कानून के तहत अब जनता से भारी-भरकम जुर्माना वसूला जा रहा है। यातायात पुलिस ने छह महीने में वाहन चालकों से करीब 18 लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया है। लेकिन जले की सड़कों पर चलने वाले वाहन चालकों व यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं भगवान भरोसे हैं। जिले में न तो कोई ट्रैफिक सिग्नल लाइट हैं और न ही वाहन चालकों के लिए अतिक्रमण मुक्त रास्ते हैं।
जिले में एक जनवरी से 30 जून तक यातायात नियमों के उल्लंघन पर 11506 वाहनों के ट्रैफिक पुलिस ने चालान किया। इन वाहन चालकों पर 1844800 रुपये का जुर्माना लगाया गया। लेकिन जिले में सड़क पर चलने की व्यवस्थाओं को नहीं देखा जा रहा है। आलम यह है कि शहर की सड़कों पर यातायात संचालन हाथों के सहारे किया जा रहा है। जिसके चलते तमाम अव्यवस्थाएं रहती हैं।
अगर चौराहा-तिराहा पर खड़े यातायात पुलिसकर्मी के हाथ के इशारे पर आप गाड़ी को नहीं रोक पाए तो जुर्माना लगना तय है। इसके अलावा शहर के मुख्य मार्ग जीटी रोड सहित अन्य मार्गों पर अतिक्रमण हावी बना हुआ है। जहां से बिना जाम में फंसे निकलना वाहन चालकों के लिए असंभव होता हैं।
टीएसआई बचान सिंह की कहना है कि यातायात नियमों का पालन न करने पर वाहन चालकों के चालान काटे जाते हैं। अधिकतर चालान दोपहिया वाहन पर तीन सवारी, बिना हेलमेट व मोबाइल पर बात करने की वजह से काटे गए हैं।
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