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भूजल सप्ताह के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने कलेक्टेट सभागार में समीक्षा बैठक की

हाथरस 22 जुलाई 2019 ।

जल संरक्षण, जल संचयन, भूगर्भ जल संसाधनों के संरक्षण एवं उचित प्रबंधन तथा दिनांक 16 जुलाई 2019 से 22 जुलाई 2019 के मध्य मनाये गये भूजल सप्ताह के सम्बन्ध में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कलेक्टेªट सभागार में सम्बन्धित विभागों के साथ समीक्षा बैठक की। राष्ट्रीय स्तर पर जनपद 125वें स्थान पर होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी ने जल संरक्षण एवं वर्षा जल संचयन हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
परियोजना निदेशक अश्वनी कुमार मिश्रा ने बताया कि नरेगा के अन्तर्गत कुल 76 काम कराये जाने है। जिसके अन्तर्गत 40 तलाबों को खुदवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिस पर 32 तालाबो पर काम शुरू कर दिया गया है। वृक्षारोपण के तहत निर्धारित लक्ष्य का 10 प्रतिशत (लगभग 56 हजार) पेड़ लगा दिये गये है। जिलाधिकारी ने जानकारी ली कि कुल कितने स्थानों पर तथा कितने वृक्षारोपण का लक्ष्य सुनिश्चित किया गया था। परियोजना निदेशक ने बताया कि कुल 783 स्थलों पर लगभग 8 लाख पौधे लगाये जाने थे। इसके बाद उन्होने वाटर कन्जरवेशन तथा रेन वाटर हारवेस्टिंग के अन्तर्गत किये जाने वाले कार्यो के बारे में जानकारी दी। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभागों से विभाग वार जानकारी ली। वीडियों हाथरस ने बताया कि 15500 पौध लगाने का लक्ष्य दिया गया था। जल संरक्षण के अन्तर्गत 15 तालाबों का निर्माण किया जाना था। जिसके सापंेक्ष 08 तालाबों पर कार्य चल रहा है। जिसमें से 03 तालाब व्यक्तिगत है। सासनी में 15 तालाबों के सापेंक्ष 12 तालाबों पर खुदाई का कार्य चल रहा है। भूमि संरक्षण अधिकारी ने बताया कि 02 तालाबो की खुदाई का कार्य इस माह मे पूरा कर लिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने खेतो की मेड बन्दी, नहरो में चेकडैम निर्माण करने के साथ तालाबों की खुदाई और सफाई पर जोर दिया। उन्होने कहा कि ग्रामीणों को जागरूक किया जाये। ताकि वह घरो में सोकपिट बनाकर जल संचयन करे साथ ही उन्होने किसानेां को भी खेतों की सिंचाई के लिये सूक्ष्म सिचाई तकनीको का इस्तेमाल करने के लिये कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि गांव के छोटे तालाबों को पुनर्जीवित करने के साथ बडे तालाबो को चिहिन्त कर आस पास के ग्रामीणों के जल संचयन के लिये जागरूक करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियो को प्रधानों की बैठक बुलाकर उनको जल संचयन के लिये जागरूक करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि भूजल के दोहन को रोकने के लिए आमजनमानस में जनजागरूकता लानी होगी। उन्होने कहा कि भूगर्भ के जल के संचयन हेतु प्रत्येक ग्रामों, शहरों में वर्षा जल का रिचार्ज किये जाने की पद्धति को अपनाना नितांत आवश्यक है। इसके लिए हम सभी को अपने अपने घरों के छतों, सरकारी बिल्डिगों से प्राप्त होने वाले वर्षा जल को सतही जल के रूप में संग्रहण की व्यवस्था करनी होगी। जिन विभागो द्वारा अभी तक पौधे वन विभाग से नही प्राप्त किये गये है जल्द से जल्द प्राप्त करना सुनिश्चित करे। अन्यथा सम्बन्धित विभागाध्यक्ष के विरूद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने बताया कि जल संरक्षण के अन्तर्गत किये जाने वाले कार्यो की फीडिंग ब्लाक स्तर से की जानी है। जिस ब्लाक की रैकिग अधिक होगी वही रैकिंग जनपद की होगी। उन्होने छोटे तथा कम लागत के कार्याे को प्रमुकता से कराने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राम भरोसा, उप जिलाधिकारी सादाबाद ज्योत्स्ना बंधु, उप जिलाधिकारी सासनी हरी शंकर यादव, उपजिलाधिकारी हाथरस नितीश कुमार, जिला कृषि अधिकारी डिपिन कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी लाल, खण्ड विकास अधिकारी, ईओ, तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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