लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही फिर शुरू हो गई है. संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा और लोकसभा दोनों में मणिपुर पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी जारी है. साथ ही कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद के अंदर भी मणिपुर मुद्दे पर बात करनी चाहिए क्योंकि देश को इसका इंतजार है, और पूरा देश उनकी ओर देख रहा है.
जयराम रमेश ने ट्वीट कर PM मोदी पर साधा निसाना
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी गठबंधन INDIA की यह भी मांग है कि समाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए सदन में चर्चा हो. विपक्षी दल मणिपुर हिंसा के मुद्दे को लेकर विपक्ष संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध-प्रदर्शन भी कर रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में कहा, “आज संसद के मानसून सत्र का तीसरा दिन है. ‘इंडिया’ की मांग स्पष्ट है. मणिपुर में तीन मई के बाद के भयावह घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री को सदन में एक विस्तृत बयान देना चाहिए. उसके बाद हमारी पीड़ा, दुख और समाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए चर्चा हो. उन्होंने आगे लिखते हुए कहा की उम्मीद है कि प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से भागने के लिए कोई ड्रामा नहीं करेंगे, जैसा कि वह ऐसे मौकों पर अक्सर करते हैं. इनकार करना, तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करना, ध्यान भटकाना और बदनाम करना उनकी आदत है. रमेश ने कहा, “क्या इस अवसर पर वह इनसे ऊपर उठेंगे? मणिपुर इंतजार कर रहा है. देश देख रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे का बयान
आपको बता दें कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मणिपुर के मुद्दे पर PM मोदी को कहा की पहले प्रधानमंत्री जी का विस्तृत बयान हो और उसके बाद 267 के अंतर्गत संसद में बहस हो, मोदी सरकार और भाजपा मणिपुर पर अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी और जवाबदेही से भाग नहीं सकती.
मणिपुर जातिय हिंसा
मणिपुर के मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद के मानसून सत्र के पहले दो दिन में कोई प्रमुख विधायी कार्य नहीं हो सका. मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद राज्य में तनाव और ज्यादा बढ़ गया है. अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो चार मई का है.