Govinda Inspiration: एक बार गोविंदा की मां भीड़ की वजह से ट्रेन में नहीं चढ़ सकी थीं और गोविंदा को प्रथम श्रेणी के पास के लिए अपने चाचा से पैसे मांगने पड़े थे. गोविंदा के लिए यह बहुत भावुक पल था.
Govinda Inspiration: भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता जिनके डायलॉग, एक्टिंग, डांस और स्टाइल के फैंस आज भी दीवाने हैं. हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने वाले गोविंदा की. जिन्होंने न जाने कितनी धमाकेदार फिल्में की और लोगों का मनोरजन किया. आज के समय में गोविंदा भले ही फिल्मी दुनिया से दूरी बनाए हुए हैं लेकिन फैंस के दिलों पर आज भी उनका जादू बरकरार है. अपने अद्भुत फिल्मी करियर में गोविंदा ने कई उपलब्धियां हासिल कीं और कई अवॉर्ड्स अपने नाम किए.
गोविंदा ने हिंदी सिनेमा में 165 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. गोविंदा ने जिस फिल्म इंडस्ट्री में अपना लोहा किस मशक्कत से मनवाया इसका अंदाजा शायद ही किसी को होगा. बहुत से लोग अभी भी उस घटना से अनजान हैं जिसने गोविंदा को भारतीय सिनेमा का जाना माना नाम बना दिया. अपने एक पुराने इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया था कि आखिर वो एक एक्टर ही क्यों बनना चाहते थे. गोविंदा ने अपनी इस ख्वाहिश की वजह अपनी मां को बताया था. उन्होंने अपने साथ घटी एक घटना का जिक्र करते हुए अपनी एक बार की रेल यात्रा का किस्सा शेयर किया.
5 ट्रेनें गुजरी पर नहीं चढ़ सकीं मां
गोविंदा ने बताया कि एक बार वह अपनी मां के साथ खार रेलवे स्टेशन गए लेकिन बहुत भीड़ थी जिसकी वजह से उनकी मां महिलाओं के डिब्बे में भी नहीं जा सकीं. इसके बाद गोविंदा और उनकी मां प्लेटफॉर्म पर खड़े होकर थोड़ी कम भीड़ वाली ट्रेन का इंतजार करने लगे. उनके सामने से पांच ट्रेनें गुजरीं. उनकी मां बूढ़ी थीं इसलिए वे धक्का-मुक्की करके भीड़ को चीरते हुए ट्रेन के अंदर नहीं जा सकती थीं. अपनी बुजुर्ग मां को ट्रेन में नहीं चढ़ पाना गोविंदा के लिए बहुत दर्दनाक पल था.
5 ट्रेनें गुजरी पर नहीं चढ़ सकीं मां
गोविंदा ने बताया कि एक बार वह अपनी मां के साथ खार रेलवे स्टेशन गए लेकिन बहुत भीड़ थी जिसकी वजह से उनकी मां महिलाओं के डिब्बे में भी नहीं जा सकीं. इसके बाद गोविंदा और उनकी मां प्लेटफॉर्म पर खड़े होकर थोड़ी कम भीड़ वाली ट्रेन का इंतजार करने लगे. उनके सामने से पांच ट्रेनें गुजरीं. उनकी मां बूढ़ी थीं इसलिए वे धक्का-मुक्की करके भीड़ को चीरते हुए ट्रेन के अंदर नहीं जा सकती थीं. अपनी बुजुर्ग मां को ट्रेन में नहीं चढ़ पाना गोविंदा के लिए बहुत दर्दनाक पल था.
बॉलीवुड को दी एक से बढ़कर एक शानदार फिल्में
यह वो घटना थी जिसने गोविंदा को कुछ बड़ा कर दिखाने का फैसला लेने के लिए इंस्पायर किया. इसके बाद उन्होंने अपने इस फैसले पर पूरा उतरने के लिए जी तोड़ मेहनत की और आखिरकार उन्हें उनकी मंजिल मिल ही गई. इस बात से यह भी साफ होता है कि गोविंदा अपनी मां से किस हद तक प्यार करते थे. बॉलीवुड में राजा बाबू, कुली नंबर 1, साजन चले ससुराल, शोला और शबनम, हसीना मान जाएगी, दूल्हे राजा, और हीरो नंबर 1 जैसी कितनी ही हिट फिल्में देने वाले गोविंदा को भारतीय सिनेमा के महान एक्टर्स में शुमार किया जाता है.